Thursday, May 31, 2012

पेड़

केले हो गए महंगे बड़े 
लाओ मेरा लेपटोप
सर्च करू जरा 
कितने पेड़ बचे हैं अब 
ये इंसान तो बस 
क्या कहू इनको 
न खुद जीते हैं 
न हमे जीने देते हैं 
पेड़ सारे काट लेते हैं 
केले विदेश को बेच देते हैं 
मुश्किल हो गया जीना 
जीमेल से मेसेज करो 
सब बंदरों को इकट्ठा करो 
हम भी हड़ताल करेंगे 
तुम पेट्रोल के लिए 
हम पेडो के लिए करेंगे 
भला हो लेपटोप का 
कुछ पेडो को सर्च किया 
इनके भरोसे रहते तो 
ये हमे भी बेच देते 

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