आराम
कर लो आराम जितना मन चाहे
घ जाकर आराम कहाँ
सब इंतज़ार करते होंगे नेट पर
वहाँ इतना चैन कहाँ
सारी रात चैट करनी है
आराम का समय तो बस यही है
नौकरी तो सरकारी है
चिंता किस बात की
बस आराम ही नहीं मिलता
बस फसेबूक की बिमारी है
धन्यवाद है इस सरकारी काम का
करो न करो
आय तो बंधी हमारी है |
No comments:
Post a Comment